
छत्तीसगढ़ में शिक्षकों की नियुक्ति की मांग तेज हो गई है, भर्ती प्रक्रिया जल्द पूरी कराने के लिए अभ्यर्थियों ने स्कूल शिक्षामंत्री रविन्द्र चौबे से मुलाकात की। चयनित अभ्यर्थियों ने बताया कि बस्तर और सरगुजा के सरकारी स्कूलों में शिक्षक भर्ती परीक्षा के नतीजे जारी हुए 1 महीने से भी ज्यादा का समय हो गया है लेकिन अब तक शिक्षकों की नियुक्ति नहीं हो पाई है। उन्होंने बताया कि सरकार ने मई महीने में शिक्षक भर्ती को लेकर विज्ञापन प्रकाशित किया था। जिसकी परीक्षा जून में आयोजित की गई लेकिन अभी तक शिक्षकों की नियुक्ति स्कूलों में नहीं हो पाई है। काउंसलिंग की प्रक्रिया कछुए की चाल से चल रही है। अभी तक व्याख्याताओं की काउंसलिंग पूर्ण नहीं हो पाई है, जिसे लेकर सभी अभ्यर्थियों ने शिक्षा मंत्री को ज्ञापन सौंपा।
अभ्यर्थियों का कहना है कि शिक्षकों की कमी के चलते बच्चों की पढ़ाई नहीं हो पा रही है। वहीं बजट सत्र में सरकार के दिए आंकड़ों के मुताबिक प्रदेश में 60,000 से अधिक शिक्षक के पद खाली हैं। पिछली बार भी हुई शिक्षक भर्ती को 4 साल से ज्यादा समय में पूरी की गई थी और इस बार के शिक्षक भर्ती में विभाग ज्यादा समय ले रहा है।जिसके चलते स्कूलों में शिक्षक न होने से बच्चों की पढ़ाई बुरी तरह से प्रभावित हो रही है। चयनित अभ्यर्थी भी काफी परेशान है उनका कहना है कि अगर जल्द नियुक्ति नहीं दी गई तो आचार संहिता प्रारंभ हो जाएगा इसके बाद स्कूलों में शिक्षकों की नियुक्ति में और देरी होगी जिससे बच्चों की शिक्षा प्रभावित होगी अगर चुनाव से पूर्व जल्द नियुक्ति हो जाती है तो शालाओं में शिक्षक होने से बच्चों की शिक्षा की गुणवत्ता में सकारात्मक प्रभाव दिखेगा।