धर्मांतरण पर प्रदेश की सियासत गरमाई, CM भूपेश बघेल ने पूछा “क्यों लागू नाहिब हुआ धर्मान्तरण का कानून”

रायपुर: विधानसभा चुनाव के ठीक पहले विश्व हिंदू परिषद की छत्तीसगढ़ में केंद्रीय प्रबंध समिति की बैठक होना है। विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय पदाधिकारियों का देश के साथ-साथ छत्तीसगढ़ की परिस्थितियों पर चर्चा करना निश्चित रूप से चुनाव में भाजपा के लिए टॉनिक का काम करेगा। इस पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल का कहना है कि बीजेपी के पास कोई मुद्दा बचा नहीं है इसलिए यह विश्व हिंदू परिषद के साथ मिलकर धार्मिक उन्माद भड़काने की कोशिश में लगे हुए हैं।
बता दें कि छत्तीसगढ़ भारतीय जनता पार्टी इस बार धर्मांतरण को मुख्य चुनावी मुद्दा बनाकर लगातार सरकार को घेर रही है। लगभग साल भर पहले सुकमा के SP का पत्र जारी होने के बाद से भारतीय जनता पार्टी लगातार इस मुद्दे पर सरकार को कटघरे में खड़ा कर रही है। भारतीय जनता पार्टी का आरोप है कि आदिवासी क्षेत्रों में सरकार और प्रशासन के संरक्षण में धर्मांतरण किया जा रहा है।
बता दें कि बस्तर में धर्मांतरण को लेकर आदिवासी दो धड़े में बंट गए हैं। एक तरफ धर्मांतरित आदिवासी तो दूसरी ओर मूल धर्म वाले आदिवासी, दोनों में टकराव बढ़ रहा है। एक तरफ मूल आदिवासी धर्मांतरित समुदाय को जनजातीय अधिकारों और सुविधाओं से वंचित करने की मांग कर रहा है यानी डिलिस्टिंग पर जोर दे रहा है। वहीं दूसरी ओर उसका सामाजिक बहिष्कार भी हो रहा है। हालत ये है कि धर्मांतरित मृतकों को श्मशान में वो जगह भी नहीं दे रहे हैं । सर्व आदिवासी समाज इस बार इसी मुद्दे पर चुनाव लड़ने की तैयारी में भी है। इस परिस्थिति में विहिप की बैठक मकसद उनके लिए अनुकूल ईको-सिस्टम तैयार करने का हो सकता है।
हालाकि विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय कार्याध्यक्ष आलोक कुमार का कहना है कि चुनाव के समय बैठक करना होता तो देश में और भी बड़े राज्य है जहां भी चुनाव हो रहे वहां बैठक करते। अभी चुनाव का समय है हम जहां भी बैठक करेंगे वहां पर चुनाव से जोड़ा जाएगा साथ ही उन्होंने ये भी कहा कि जो पार्टी हिंदुत्व का सोचती हैं हम उसका समर्थन करते हैं। छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण को लेकर उन्होंने कहा कि किसी भी सरकार के समय में धर्मांतरण हुआ हो पर छत्तीसगढ़ में धर्मांतरण हो रहा है। किसी भी सरकार के समय हो धर्मांतरण गलत है, हम उसका विरोध करते है और धर्मांतरण करने वालों की वापसी का प्रयास कर रहे हैं।
इस पर भारतीय जनता पार्टी के वरिष्ठ नेता और पूर्व मंत्री प्रेम प्रकाश पांडे का कहना है कि विश्व हिंदू परिषद के काम करने का तरीका और सोच अलग है और भारतीय जनता पार्टी की अलग। वह अपना काम कर रहे है और हम अपना काम कर रहे हैं।
विश्व हिंदू परिषद की बैठक और एजेंडे पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने कटाक्ष करते हुए कहा कि 2006 में बना धर्मांतरण विरोधी कानून अब तक लागू क्यों नहीं हुआ ? बार-बार कहता हूं, बीजेपी के समय धर्मांतरण ज्यादा हुआ है । उनका यह भी कहना है कि धर्मांतरण की अब तक एक भी शिकायत सामने नहीं आई है अगर शिकायत आएगी तो उस पर कानूनी कार्रवाई की जाएगी। उन्होंने कहा कि अब चुनाव आ गया है उनके पास मुद्दा नहीं है। किसान ,महिला, छात्र युवा व्यापारी कोई साथ नहीं है। पहले ईडी के भरोसे चुनाव लड़ना चाह रहे थे ।वह काम नहीं आया तो पुराने पन्ने पलटने शुरू कर रहे हैं । धर्मांतरण संप्रदायिकता को मुद्दा बना रहे हैं । यूपी में शंकराचार्य के बयान से भाजपा बौखलाई हुई है । भाजपा और उसके सहयोगी दल केवल और केवल इस मुद्दे पर राजनीति कर रहे हैं जिसका उन्हें कोई फायदा नहीं होगा ।
विधान सभा चुनाव के ठीक पहले विश्व हिंदू परिषद की बैठक और इस बैठक में लिए गए निर्णय के अनुसार प्रदेश भर में धर्मांतरण , लव जिहाद, सामाजिक समरसता के मुद्दों को लेकर विहिप द्वारा चलाए जाने वाले हिंदू जनजागरण अभियान से भारतीय जनता पार्टी को कितना फायदा होता है और चुनाव के समय भारतीय जनता पार्टी इसका किस तरह से फायदा उठाया उठाती है यह तो आने वाला वक्त ही बताएगा।
