इसरो ने रच दिया इतिहास, सूरज के नजदीक अपनी मंजिल पर पहुंचा आदित्य एल1, PM ने दी बधाई

नई दिल्ली। 2 सितंबर को इसरो के पीएसएलवी-सी57 ने श्रीहरिकोटा के सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र (एसडीएससी) के दूसरे लॉन्च पैड से आदित्य-एल1 स्पेसक्राफ्ट को सफलतापूर्वक लॉन्च किया था। आज यह अपने तय एल1 पॉइंट पर पहुंच गया। यहां अब यह लगभग पांच साल तक रहकर सूर्य के बारे में स्टडी करेगा।
आदित्य एल1 की सफलता पर पीएम मोदी ने दी बधाई
भारत ने एक और उपलब्धि हासिल की। भारत की पहली सौर वेधशाला आदित्य-एल1 अपने गंतव्य तक पहुंची। यह सबसे जटिल और पेचीदा अंतरिक्ष अभियानों को साकार करने में हमारे वैज्ञानिकों के अथक समर्पण का प्रमाण है। मैं इस असाधारण उपलब्धि की सराहना करने में राष्ट्र के साथ शामिल हूं। हम मानवता के लाभ के लिए विज्ञान की नई सीमाओं को आगे बढ़ाना जारी रखेंगे।
हमारे लिए बहुत संतुष्टिदायक- ISRO प्रमुख एस सोमनाथ
ISRO के सौर मिशन आदित्य-L1 के हेलो ऑर्बिट में प्रवेश करने पर ISRO प्रमुख एस सोमनाथ ने कहा, “यह हमारे लिए बहुत संतुष्टिदायक है क्योंकि यह एक लंबी यात्रा का अंत है। लिफ्ट-ऑफ से लेकर अब तक 126 दिन बाद यह अंतिम बिंदु पर पहुंच गया है। इसलिए अंतिम बिंदु तक पहुंचना हमेशा एक चिंताजनक क्षण होता है, लेकिन हम इसके बारे में बहुत आश्वस्त थे। तो जैसा अनुमान लगाया गया था वैसा ही हुआ।”
चंद्रयान की तरह यह भी हमारे लिए गौरव का क्षण- एस जयशंकर
ISRO के सौर मिशन आदित्य-एल1 के हेलो ऑर्बिट में प्रवेश पर विदेश मंत्री डॉ. एस जयशंकर ने कहा, “यह एक महान उपलब्धि है। चंद्रयान की तरह यह भी हमारे लिए गौरव का क्षण है।”