छत्तीसगढ़

एसईसीएल कोरबा मुख्यालय का घेराव 9 फरवरी को

किसानों ने लगाया आरोप, 3 वर्ष का नही मिला फसल नुकसान का मुआवजा

कोरबा 08 फरवरी 2024। कोरबा-पश्चिम क्षेत्र में एसईसीएल के बलगी छुराकछार खदान के भू-धसान से प्रभावित किसानों को विगत तीन वर्षों का फसल क्षतिपूर्ति मुआवजा नहीं देने का आरोप लगाते हुए उसे देने की मांग को लेकर प्रभावित किसानों ने मार्क्सवादी कम्युनिस्ट पार्टी के नेतृत्व में एसईसीएल के कोरबा महाप्रबंधक को ज्ञापन सौंपकर 9 फरवरी से पूर्व किसानों को हुए फसल नुकसान का क्षतिपूर्ति व मुआवजा देने की मांग की गई थी, लेकिन एसईसीएल प्रबंधन ने किसानों की समस्याओं को गंभीरता से नहीं लिया। जिससे आक्रोशित किसान 9 फरवरी को एसईसीएल कोरबा महाप्रबंधक कार्यालय का घेराव करेंगे।
माकपा जिला सचिव प्रशांत झा ने बताया कि बलगी छुराकछार खदान के भू-धसान के कारण छुराकछार बस्ती के किसानों की भूमि वर्ष 2009 से कृषि कार्य करने योग्य नहीं रह गई है। इससे किसानों को हुए भारी नुकसान को देखते हुए वर्ष 2019-20 तक का फसल क्षतिपूर्ति व मुआवजा एसईसीएल प्रबंधन को देना पड़ा है।लेकिन इसके बाद वर्ष 2020-21 से वर्ष 2022-23 तक का तीन वर्षों का मुआवजा अभी तक लंबित है। अनुविभागीय अधिकारी कटघोरा द्वारा किसानों को हुए नुकसान का आंकलन कर क्षतिपूर्ति व मुआवजा देने के लिए एसईसीएल कोरबा प्रबंधन को पत्र देने के बाद भी किसानों की समस्याओं के प्रति एसईसीएल की उदासीनता और उसकी वादाखिलाफी के खिलाफ किसानों में काफी आक्रोश है।
कोरबा महाप्रबंधक ने मुआवजा भुगतान की आश्वाशन किसानों को दिया था लेकिन किसानों को मुआवजा नहीं मिला। किसानों ने कहा हैं की को एसईसीएल के आश्वाशन पर अब भरोसा नहीं है।

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