ऑर्गन ने दी नई दिशा : दृष्टिबाधित काशी राम ने बनाया “मानस मंडली म्यूजिक बैंड“

महासमुंद । महासमुंद जिले के मामाभांचा गांव के निवासी काशी राम कमार, जो शत-प्रतिशत दृष्टिबाधित दिव्यांग हैं उन्होंने अपनी विकलांगता को कभी भी अपने सपनों को पूरा करने में बाधा नहीं बनने दिया। उनका संगीत के प्रति गहरा लगाव उन्हें अपने जीवन की चुनौतियों का सामना करने में मदद करता रहा। वे सांस्कृतिक कार्यक्रमों के जरिए अपनी आजीविका चलाते थे और ऑर्गन बजाने में निपुण हो गए थे, लेकिन उनके पास अपना ऑर्गन न होने के कारण उन्हें कठिनाइयों का सामना करना पड़ रहा था। अपनी इस समस्या को हल करने के लिए, काशी राम ने कलेक्टर महासमुंद को आवेदन दिया। उनकी दृढ़ इच्छाशक्ति और आवश्यकता को समझते हुए, कलेक्टर ने समाज कल्याण विभाग को त्वरित रूप से ऑर्गन उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। विभाग ने तत्परता से काम करते हुए उन्हें ऑर्गन प्रदान किया। इस ऑर्गन ने काशी राम के संगीत सफर को नई दिशा दी।
ऑर्गन प्राप्त करने के बाद, कमार ने गांवों में संगीत कार्यक्रम आयोजित करने शुरू कर दिए, विशेष रूप से शादी के कार्यक्रमों में। इसके अलावा, उन्होंने “मानस मंडली“ नामक एक ग्रुप तैयार किया, जो गांवों में रामायण कार्यक्रम प्रस्तुत करता है। इस ग्रुप को “मानस मंडली म्युजिक बैंड“ के रूप में पहचान मिली, जो अब विभिन्न सांस्कृतिक और धार्मिक कार्यक्रमों में प्रस्तुति देता है। आज काशी राम कमार इस बैंड के जरिए 20,000 से 25,000 रुपये प्रति माह कमा रहे हैं, जिससे वे अपने परिवार का भरण-पोषण अच्छे से कर पा रहे हैं। उन्होंने इस उपलब्धि के लिए जिला प्रशासन का तहेदिल से आभार व्यक्त किया है।