
कोरबा.मेडिकल कॉलेज संबद्ध अस्पताल में नए सिरे से बिजली वायरिंग हो रही है। अस्पताल के वार्डों में बिजली वायरिंग के दौरान बोर्ड और अन्य उपकरण लगाने दीवार पर ड्रिल की जाएगी, जिससे शोर-शराबा होने के साथ ही धूल उड़ेगी। इस कारण मरीजों को परेशानी हो सकती है। इसके मद्देनजर अस्पताल प्रबंधन ने सर्जिकल ( पुरुष ) वार्ड को हफ्तेभर के लिए आइसोलेशन सेंटर में शिफ्ट किया है। दरअसल संक्रामक बीमारी के मरीजों के इलाज के लिए अस्पताल परिसर में कंपोजिट बिल्डिंग के पीछे अलग से आइसोलेशन सेंटर बनाया है। हालांकि समय-समय पर प्रदेश में कोविड के मामले सामने आने पर उक्त आइसोलेशन सेंटर को कोविड के मरीजों को भर्ती करने रिजर्व रखा गया था, लेकिन सेंटर खुलने के बाद से अब तक एक भी मरीज भर्ती नहीं हुआ। वहीं वर्तमान में जिले में एक भी केस सामने नहीं आ रहा है। ऐसे में वार्डों में वायरिंग होने तक अस्थाई रूप से सर्जिकल (पुरुष) वार्ड का संचालन सेंटर में किया जाएगा। सेंटर में पहले से 30 बेड की क्षमता विकसित करते हुए शनिवार को सर्जिकल (पुरुष) वार्ड से मरीजों को वहां शिफ्ट किया गया। मेडिकल कॉलेज अस्पताल के असिस्टेंट मेडिकल सुपरिटेंडेंट डॉ. रविकांत जाटवर के मुताबिक वाडों में वायरिंग होते तक वैकल्पिक व्यवस्था की गई है. आइसोलेशन सेंटर में अस्थाई रूप से चल रहे सर्जिकल मेल वार्ड के लिए डॉक्टर, नर्सिंग स्टाफ व अन्य कर्मचारियों की ड्यूटी लगाई गई है। सुरक्षा के लिए अलग से गार्ड तैनात किया गया है.
पुरुष वार्ड में काम खत्म होने के बाद महिला वार्ड में शुरू होगा काम
अस्पताल में पहले सर्जिकल (पुरुष) वार्ड में वायरिंग का काम पूरा होने के बाद महिला वार्ड में काम चालू होगा। महिला मरीजों की सुरक्षा के नजर से उन्हें पुरुष वार्ड में शिफ्ट किया जाएगा। दोनों वायरिंग का काम पूरा होने के बाद आइसोलेशन सेंटर से सर्जिकल (पुरुष) वार्ड के मरीज वापस लाए जाएंगे.