
एमसीबी.छत्तीसगढ़ राज्य के माननीय विधान सभा सदस्य क्रमांक 2 के वर्तमान निर्वाचित सदस्य श्री डॉ विनय कुमार जी कह रहे हैं कि शिकायतकर्ता गलत आरोप लगा रहा है तो माननीय जी आपको यदि पढ़ाई लिखाई का थोड़ा-बहुत ज्ञान होगा तो जिस क्षेत्र से आप सदस्य बने हैं उस क्षेत्र की जनता एवं नागरिक को यह बताएं कि आपके पर दादा दादा एवं पिता जी कौन है इनकी नाम के अभिलेख रिकॉर्ड के अनुसार उनकी जाति का क्या है आपकी जाति क्या है वह किस वर्ग में आते हैं आप किस वर्ग में आते हो इनकी दादा की जाति शब्द पिता की जाति और आपकी जाति शब्द में अंतर क्यों है कारण बताया जावे जैसे आप अपनी जाति प्रमाण पत्र बनवाए हैं
उसी प्रकार अन्य लोगों का बनवा दीजिए आप ने अपने पिता एवं दादा के नाम का भूमि रिकॉर्ड वर्ष 1990 के पूर्व का जिसमें कलार शब्द अंकित हो अवलोकन कराई जावे ताकि आम जनता एवं नागरिक को यह पता चले कि हम अपनी वोट सफेदपोश अपराधी व्यक्ति को तो नहीं दिए हैं शिकायतकर्ता आपसे उक्त न्यूज़ के माध्यम से निवेदन करता है कि आप अपने दादा या पिता के नाम का ऐसा राजस्व अभिलेख का अवलोकन कर दीजिए जिसमें कलर शब्द अंकित हो यह हम नहीं कह रहे हैं उनकी संबंधित पत्रक रिकॉर्ड में दर्शित शब्द कह रहे हैं किसी भी व्यक्ति की जाति का महत्वपूर्ण एवं प्रमाणिक स्रोत मिशन बंदोबस्त 1947 48 में अंकित जाति को माना जाता है जाति शब्द कभी नहीं बदल सकता यह पिता एवं दादा से प्राप्त होती है धन्यवाद विधानसभा दो नंबर के सदस्य जी