जय-वीरू की जोड़ी सलामत, भूपेश ही रहेंगे सीएम बाबा को अब डिप्टी सीएम की जिम्मेदारी, राहुल की मौजूदगी में हुआ बड़ा फैसला, मिशन 2018 की तरह ही एकजुट होकर मिशन 2023 के लिए बिखराव को किया गया एकजुट

दिल्ली/रायपुर – छत्तीसगढ़ के जय-वीरू की फेमस जोड़ी एक बार फिर साथ नज़र आ रही है। आला कमान के फैसले के इंतज़ार में 2 साल से बैठे बाबा याने टीएस सिंहदेव को आखिरकार डिप्टी सीएम की कमान मिल ही गई। चुनावी साल में यह नियुक्ति राजनीतिक दृष्टिकोण से कितनी कारगर होगी यह कहना अभी जल्दबाज़ी होगी लेकिन 2 साल से कांग्रेस के आंतरिक कलह को इस नियुक्ति ने विराम देते एकजुट होने का संदेश जरूर दिया है।
बाबा समर्थकों में जहां उत्साह है वहीं सीएम के समर्थक भी उत्साहित है। बाबा का सौम्य चेहरा पिछले चुनाव में जनघोषणा पत्र से लेकर सरकार गठन तक काफी मायने रखा था यही वजह है कि भूपेश ने बाबा को स्वास्थ्य, पंचायत समेत जीएसटी जैसा महत्वपूर्ण विभाग दिया था। अब बाबा के कांधे पर डिप्टी सीएम की कमान है बाबा की नियुक्ति से पूरे उत्तर छत्तीसगढ़ में हर्ष का माहौल है। हालांकि राजस्व मंत्री को भी बैठक से काफी उम्मीदें थी बैठक जाने से पहले कोरबा में जैसा ऐलान कराया गया वैसा कुछ भी नहीं हुआ उनको मायूस होकर लौटना पड़ा। फिलहाल अभी खुश होने का समय बाबा के कार्यक्रताओं का है जिनको इस दिन का सालो से इंतज़ार था। फिलहाल छत्तीसगढ़ की सियासत के रंग चुनाव के नज़दीक आते ही काफी और दिखने वाले है फिलहाल कांग्रेस के मास्टर स्ट्रोक के आगे मुख्य विपक्षी दल भाजपा भी अभी कुछ भी कहने से बचती नज़र आ रही है।