छत्तीसगढ़

नवभारत साक्षर कार्यक्रम राष्ट्रीय शिक्षा नीति का महत्वपूर्ण अंग : कलेक्टर

कलेक्टर ने की उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम की समीक्षा

मोहला। सबके लिए शिक्षा कॉन्सेप्ट के अंतर्गत राष्ट्रीय शिक्षा नीति 2020 में उल्लास नवभारत साक्षरता कार्यक्रम लाया गया है। जिसके तहत 15 वर्ष से ऊपर के सभी असाक्षर लोगों को साक्षर करने की पहल की जा रही है। यह एक राष्ट्रव्यापी साक्षरता अभियान है। जिला मिशन प्राधिकरण मोहला-मानपुर-अंबागढ़ चौकी के कार्यकारिणी अध्यक्ष व कलेक्टर एस जयवर्धन ने इस कार्यक्रम की समीक्षा की। समीक्षा के दौरान उन्होंने कहा कि इस कार्यक्रम से जुड़े सभी सदस्य, कर्मचारी एवं जनप्रतिनिधि प्रत्येक असाक्षर को साक्षर करने की महत्वपूर्ण जिम्मेदारी को निभाएं।

उल्लेखनीय है कि पूर्व में प्रौढ़ शिक्षा कार्यक्रम को विस्तार करते हुए सबके लिए शिक्षा कॉन्सेप्ट लाया गया है। जिसके तहत जीवन की आधारभूत साक्षरता एवं आवश्यकता को ध्यान में रखते हुए उल्लास नवभारत कार्यक्रम संचालित किया जा रहा है। जिले में इसकी स्थिति देखे तो कुल 15000 का लक्ष्य 2 वर्षों के लिए दिया गया है। जिसमें 6500 असाक्षरों का सर्वे कर पहचान कर लिया गया है।

स्वयंसेवी शिक्षक करेंगे असाक्षर को साक्षर
साक्षर करने के लिए गांव एवं मोहल्ला में स्वयं सेवी शिक्षकों की पहचान की गई है। कोई भी पढ़ा लिखा युवक युवती, ग्रामीण, जनप्रतिनिधि, सेवानिवृत्ति शिक्षक स्वयंसेवी का कार्य कर सकेंगे।

10वीं 12वीं के बच्चों को मिलेगा 10 अंक बोनस
यदि 10वीं 12वीं में अध्यनरत विद्यार्थी 10 असाक्षरों को साक्षर करेंगे तो उन्हें माध्यमिक शिक्षा मंडल द्वारा बोर्ड परीक्षा में 10 अंक बोनस दिया जाएगा। स्वयंसेवी शिक्षकों को प्रोत्साहित करने की पहल काफी सराहनी है।

साक्षरता परीक्षा सितंबर 2024 में
जुलाई एवं अगस्त में असाक्षरों को साक्षरता की शिक्षा देकर दिया जाएगा तथा सितंबर 2024 में इनके लिए परीक्षा आयोजित होगी जो बुनियादी साक्षरता एवं संख्यात्मक ज्ञान पर आधारित होगा।

गांव स्तर पर सामाजिक चेतना केंद्र की स्थापना
चिन्हित असाक्षरों को सीखाने एवं पढ़ाने के लिए प्रत्येक ग्राम में सामाजिक चेतना केंद्र की स्थापना की जा रही है। जिसमें स्वयंसेवी शिक्षक असाक्षरों को पढऩे के साथ-साथ दैनिक जीवन के लिए महत्वपूर्ण शिक्षा प्रदान करेंगे।

बैठक में परियोजना निदेशक हेमंत ठाकुर, डिप्टी कलेक्टर अविनाश ठाकुर,  जिला शिक्षा अधिकारी फत्तेराम कोसरिया, विकासखंड शिक्षा अधिकारी राजेंद्र कुमार देवांगन, जिला नोडल दरवन बोगा, ब्लॉक नोडल केवल राम साहू, अंगद सलामे, ईश्वर पटेल, एबीईओ अरुण मरकाम, तीनों विकासखंड के विकासखंड स्त्रोत समन्वयक, संकुल शैक्षिक समन्वयक एवं इस मिशन से जुड़े शिक्षक उपस्थित थे।

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