
गरियाबंद. राजिम विधानसभा में प्रत्याशी को लेकर घमासान जारी है. मतदाता सूची पुनरिक्षण के बहाने डेमेज कंट्रोल के लिए आयोजित कोर कमेटी की बैठक में पहले प्रत्याशी रोहित साहू को बैठक कक्ष से बाहर जाने कहा गया. फिर धरमलाल कौशिक के सामने नाराज नेताओं ने अपनी भड़ास निकाली. नेताओं का कहना है कि जिसे पार्टी में आए दो साल हुआ है, जिसके परिवार का भी वोट अब तक भाजपा को नहीं मिला वो भाजपा का प्रत्याशी कैसे हो सकता है.राजिम विधानसभा में भाजपा प्रत्याशी घोषणा के बाद पार्टी अपने ही कार्यकर्ता और वरिष्ठ नेताओं के विरोध का सामना कर रही है.
लगातार चल रहे विरोध के बीच मंगलवार को मतदाता पुनरीक्षण के बहाने पार्टी के वरिष्ठ नेता धरमलाल कौशिक डेमेज कंट्रोल के लिए पहुंचे. छुरा के विश्राम गृह में दोपहर एक बजे पार्टी कोर कमेटी और शक्ति केंद्र प्रभारियों की बैठक हुई. ढाई घंटे के बैठक के पहले एक घंटे तय ऐजेंडे पर चर्चा हुई. फिर सुलग रहे कार्यकर्ताओं ने अपनी बातें रखना शुरू किया. इसी बीच जिला अध्यक्ष राजेश साहू ने प्रत्याशी रोहित साहू को बैठक कक्ष से बाहर जाने कहा. रोहित के बाहर जाते ही खुल कर विरोध शुरू हो गया. सबसे पहले पूर्व जिला अध्यक्ष राम कुमार साहू ने कहा की पार्टी हमारी धैर्य की प्रतिक्षा कब तक लेगी. फिर रामू राम साहू, अशोक राजपूत, संदीप शर्मा, श्वेता शर्मा, आशीष शर्मा, पूनम यदु, मुरलीधर सिन्हा समेत 15 से ज्यादा वरिष्ठ और टिकट के दावेदारों ने अपनी भड़ास निकाली. सभी इस बात से नाराज थे कि पार्टी के अन्य कर्मठ और जीतने लायक नेताओं की उपेक्षा कर डेढ़ साल हुए पार्टी ज्वाइन करने वालो को टिकट दिया गया है.