
रायपुर। अविश्वास प्रस्ताव पर मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने जवाब दिया. इस दौरान CM ने कहा कि कोयले में घोटाला हुआ है तो केंद्र ने केंद्रीय अधिकारियों के ख़िलाफ़ क्या कार्रवाई की? क्या राज्य सरकार को सिर्फ़ बदनाम करने का काम किया जा रहा है. 17 सितम्बर 2018 को एनएमडीसी और भारत सरकार ने एमडीओ दिया. आचार संहिता लगने के ठीक पहले दिया गया. हम नहीं दे रहे खदान. हमने एलिफ़ेंट कॉरिडोर बना दिया. उनकी मंशा पर पानी फिर गया इसलिए ही यहां आईटी-ईडी बैठ गई है. एक आदमी जिसका नाम लेने पर राहुल गांधी की सदस्यता चली गई, उसकी हमने चलने नहीं दी, इसलिए इतनी सारी एजेंसी यहां बैठी है.वहीं बघेल ने कहा कि ED ने शराब मामले में दो हज़ार करोड़ के घोटाले का आरोप लगाया है. सवाल ये है कि कितनी संपत्ति जब्त हुई? कितने बैंक खाते सीज हुए? इन्होंने कहा कि नक़ली होलोग्राम लगाकर टैक्स चोरी की गई. अब चोरी कौन करेगा, जब शराब डिस्टरली से निकली. फिर डिस्टलरी के ख़िलाफ़ कार्रवाई क्यों नहीं हुई? ये कौन लोग हैं. उन्हें कौन बचा रहा है.
सीएम ने कहा कि देश में जितने राज्य है उनमें से सबसे ज्यादा छापे छत्तीसगढ़ में मारे गये. अब भी एजेंसी छत्तीसगढ़ में बैठी है. कोयला घोटाले में कहा गया कि पाँच सौ करोड़ की संपत्ति जब्त हुई. पाँच सौ रुपये भी जब्त नहीं हुए. राज्य में जीतने भी खदान है उनमें से ज़्यादातर एससीईएल की है. 2013 के बाद से रॉयल्टी भी नहीं बढ़ाई गई. यदि प्राइवेट प्लेयर को जाता तो रॉयल्टी ज्यादा मिलती. सौ रुपये दिया जाता है. राज्य को नौ लाख करोड़ का नुकसान हुआ. कोयले में घोटाला हुआ है तो केंद्र ने केंद्रीय अधिकारियों के ख़िलाफ़ क्या कार्रवाई की?
राज्य सरकार को सिर्फ़ बदनाम करने का काम किया जा रहा- भूपेश बघेल
भूपेश बघेल ने कहा कि क्या राज्य सरकार को सिर्फ़ बदनाम करने का काम किया जा रहा है. एनएमडीसी और भारत सरकार ने एमडीओ दिया. आचार संहिता लगने के ठीक पहले दिया गया. हम नहीं दे रहे खदान. हमने एलिफ़ेंट कॉरिडोर बना दिया. उनकी मंशा पर पानी फिर गया इसलिए ही यहाँ आईटी-ईडी बैठ गई है. कांग्रेस की सरकार उन्हें शूट नहीं कर रही इसलिए बदनाम करने की साज़िश की जा रही.