
कोरबा:- नगर निगम के महापौर राजकिशोर प्रसाद के खिलाफ अब उनके ही निर्वाचित वार्ड क्रमांक 14 पंप हाउस कॉलोनी के लोगो ने ही मोर्चा खोल दिया हैं, इसके लिए बकायदा महापौर को पत्र लिखा कर इस्तीफे की मांग की गई हैं, साथ ही उसकी प्रति कोरबा जिलाधीश को भी वार्डवासियों ने दी है |
नेता प्रतिपक्ष हितानंद अग्रवाल ने महापौर तंज कसते हुए कहा कि अविश्वास प्रस्ताव के पूर्व ही वार्डवासियों ने महापौर से मांगा इस्तीफा, महापौर जी को शर्म आनी चाहिए, कोरबा में जब से महापौर चुन कर राज किशोर प्रसाद पदासीन हुए है तब से उनके विरुद्ध आवाज लगातार उठ रहा है निगम के कार्यो में कमिशन से रोड उखड़ रही हैं, जाति के नाम पर महापौर को घेरा जाता है, तो कभी उनके वार्ड की जनता उन्हें कचरा गोदाम में बन्द कर देती है, वार्ड क्र 14 में अटल आवास की जनता महापौर को घेर लेती है अपना आवास मरम्मत को लेकर, क्या ऐसे महापौर जो अपने वार्ड के लोगो का दिल नही जीत सके वो 67 वार्डो के मुखिया का भार कैसे संभालेंगे, ऐसे निष्क्रिय महापौर से उम्मीद भी क्या की जा सकती है |
श्री अग्रवाल ने कहा कि निगम में बैठ कर लोगो की समस्याओं का समाधान करने से पूर्व अपने वार्ड में किये वादे पूरे कर लेना चहिए इनको, जिस वार्ड की जनता ने इन्हें चुना है उसी वार्ड का विकास नही करा सकते ये महापौर तो दूसरे वार्ड में क्या विकास करेंगे समझ से परे है। महापौर के आदेश में वार्ड में जिस तरह से पवित्र सावन माह में शिव मंदिर को तोड़ा गया है ये उसी भोलेनाथ की श्राप है जिसको अब महापौर झेल रहे है भोलेनाथ की मंदिर को जिस तरह 12 घंटे के भीतर हटाया गया है उसी प्रकार से महापौर के 16 महीने के बचे कार्यकाल में पंप हाउस की जनता हटाना चाहती है, पंप हाउस में महापौर के द्वारा जमीन पट्टा का मालिकाना हक की घोषणा करवाई गई थी। अगर ये सभी कार्य होते तो पंप हाउस कॉलोनी की जनता बहुत सुखी रहती।
अपने निजी स्वार्थ के लिए महापौर ने पंप हाउस की जनता के साथ बहुत अन्याय किया है, महापौर को जब उनके वार्ड की जनता धुत्कार रही है तो ऐसे समय मे अब महापौर को कुर्सी का मोह त्याग कर अपने पद से और वार्ड पार्षद के पद से इस्तीफा दे देना चाहिए